उत्तर बंगाल 16 अप्रैल 2023 | भारतीय जनमानस के आराध्य, करुणामूर्ति, परात्पर ब्रह्म भगवान श्री परशुराम का प्राकट्य पर्व शुभ सिद्ध हो, श्री परशुराम जी आपके इहलौकिक-पारलौकिक जीवन के उन्नयन-उत्कर्ष में सहायक बने !!
श्री सुशील ओझा जी ने विप्र फाउंडेशन, सिलीगुड़ी द्वारा आयोजित “अध्यात्म उत्सव” में उत्तर बंगाल के संपूर्ण विप्र समाज को एक परिवार के रूप में उपस्थित पाकर अपने उद्बोधन में कहा
स्वर्ग किसी स्थान का नाम नहीं, भावना की उत्कृष्ट स्थिति को ही स्वर्ग कहते है, ऊँची भावनाएँ जिनके अंतः करण में प्रवेश पा गई दल, उनके लिये हर अवसर स्वर्गीय आनंद की अनुभूति है !!
भगवान नारायण स्वरूप, श्री परशुराम जी की कृपा से असाध्य-साध्य और असंभव-संभव बन जाता है, ऐसे संकट मोचक, मोक्ष प्रदाता भगवान श्री परशुराम जी की सच्ची भक्ति साहस, ज्ञान, विवेक, बल, पराक्रम, सेवा, संयम, समर्पण और नेतृत्व संपन्नता का प्रतीक है !!
श्री सुशील ओझा जी ने कहा अपनों से, बड़ो से ईर्ष्या-द्वेष मत रखो और छोटो की उपेक्षा मत करो, भगवान परशुराम का संपूर्ण जीवन ही मानव जाति के लिये अपने आप में एक बड़ा संदेश है !!
यदि कोई मन, कर्म. वचन से भगवान परशुराम का ध्यान करे तो वे उसे सभी संकटों से छुटकारा दिला देते है, इस प्रकार हमारे हमारे व्यवहार में, विचार में, वाणी में एकरूपता होनी चाहिये, तब जो प्रार्थना हम करेंगे वो सच्ची प्रार्थना होगी !!