कोलकाता, 30 अप्रैल 2017। अक्षय तृतीया, अनंतजीवी, विष्णु के छटे अवतार, ऋषि जमदग्नि व माता रेणुका के पुत्र भगवान श्री परशुराम की जन्मजयन्ति पर कोलकाता में विप्रा फाउण्डेशन और सभी ब्राह्मण वर्गों की संस्थाओं ने एकसाथ मना कर पश्चिम बंगाल में ब्राह्मण एकता का उदाहरण पेश किया। अखिल भारतीय गौड़ सभा, आशापूर्ण गवरजामाता मण्डली, ब्रह्मर्षि परिवषद, बंगीय गुर्जरगौड समाज, बेलूड़ ब्राह्मण पंचायत, भारतीय शाकद्वीपीय समाज, ब्राह्मण अंतर्राष्ट्रीय महासंघ, बंगला सेवा ट्रस्ट, ब्राह्मण इंटरनेशनल, दाधीच परिषद्, गौड़ ब्राह्मण सेवा संघ, हावड़ा ब्राह्मण समाज, कोलकाता पुष्करणा समाज, कोलकाता कान्यकुब्ज सभा, खण्डेल विप्र सभा, खण्डेल विप्र सेवा संघ, लिलुआ पुष्करणा वेलफेयर सोसइटी, मनसापूर्ण गवरजामाता ट्रस्ट, मण्डावा विप्र सेवा संसथान, महर्षि दाधीच सेवा ट्रस्ट, मारवाड़ी युवा ब्राह्मण सभा, पुष्करणा बटालियन, पारीक सभा, पूर्वांचल बंग परिषद्, पुष्टिकर सेवा समिति, पुष्टिकर नवयुवक संघ, पाराशर युवक संघ, राजस्थान ब्राह्मण संघ, रिसड़ा ब्राह्मण संघ, सारस्वत कुण्डीय समाज, श्री फतेहपुर (राज.) ब्राह्मण पंचायत, सिखवाल समाज कोलकाता, वेदमाता गायत्री शिव टेम्पल ट्रस्ट आदि सभी संस्थाओं ने सहभागिता निभाई। भगवान श्री परशुराम की अलग-अलग जगहों पर पूजा अर्चना, षोडशोपचार पूजन पण्डित सुरेन्द्र शर्मा के सानिंध्य में करने के बाद सभी ने अपनी-अपनी झांकियों के साथ एकसाथ शोभायात्रा निकली। इस अवसर पर पार्षद मीना शर्मा, पार्षद विजय ओझा, विप्र फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनवारीलाल शर्मा, राष्ट्रीय समन्वयक सूशील ओझा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष गंगाप्रसाद व्यास, मीडिया प्रभारी सज्जन शर्मा, जोन-7 के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार शर्मा, जोन-7 के प्रदेश महामंत्री दिलीप सिखवाल, रामगोपाल थानवी, महेश दाधीच, वेदप्रकाश जोशी, सुभाष पुरोहित, प्रदीप सूंठवाल, आशकरण बच्छ, पवन ओझा, मनोज ओझा, चंद्रशेखर बसोटिया सहित अनेक गणान्य महानुभाव उपस्थित थे।