टोंक, 12 नवम्बर 2018। जयपुर से बस्सी, दौसा, बाँदीकुई, निवला, राजगढ़, मालाखेड़ा, अलवर, नगर, डीग होते हुए कुम्भेर भरतपुर, महुआ, हिंडौन, करौली, गंगापुरसिटी, लालसोट सवाई माधोपुर होते हुए सांय ९ बजे टोंक पहुंची। टोंक में इस “चैतन्य रथयात्रा” का विप्र फाउंडेशन टोंक ईकाई ने धूमधाम से स्वागत किया। रथ के सारथि श्री अंकेश महर्षि व श्री विष्णु पारीक और लक्षित पारीक का सम्मान किया गया और भगवान श्री परशुराम की पूजा अर्चना की गयी। तत्पश्चात विशाल जनसमूह की उपस्थिति में श्री विष्णु पारीक ने चैतन्य रथ यात्रा के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए बताया गया कि चैतन्य रथयात्रा के माध्यम से विप्र फाउंडेशन भारतीय संस्कृति का आधारस्तम्भ गाय, गीता व गायत्री महत्व की जानकारी तो देते ही है साथ में आगामी दिसम्बर में विधानसभा चुनाव में सारे समाजों से अपील भी की जा रही है कि सभी अपने अमुल्य वोट का सदुपयोग करें और कोई भी बिना वोट डाले नहीं रहे। रात्रि विश्राम टोंक में ही रखा गया तथा सवेरे ७ बजे टोंक के प्रबुद्ध लोगों ने देवली, केकड़ी, नसीराबाद होते हुए अजमेर और फिर जयपुर के लिए जागरूकता रथ को विदाई दी। इस अवसर पर विप्र फाउंडेशन के प्रदेश सचिव श्री राजेश शर्मा, जिलाध्यक्ष श्री बृजबिहारी शर्मा, जिला महामंत्री श्री जुगुनू शर्मा एवं समाज के सभी वर्गों के अलावा विप्र फाउंडेशन के जिला पदाधिकारी और अनेक विप्रगण उपस्थित थे।