जयपुर, 21 दिसम्बर 2019। गुलाबी नगर जयपुर और शनिवार की मीठी-मीठी गुलाबी सुबह, रिद्धि-सिद्धि चौराहे पर खुबसूरती ओढ़े शाही अन्दाज वाले मन्नत गॉर्डन का भव्य सभागार, अलग-अलग जिलों से आये अपनत्व व जोश से सराबोर, सामाजिक क्रान्तिदूतों का जनज्वार, ना कोई अतिथि, ना कोई औपचारिकता, ना कोई मंच और ना ही माला, ऐसी थी संगठन की पाठशाला। विप्र फाउण्डेशन के इस अभिनव आयोजन में तीनों जोनों से आये कार्यकर्त्ता अनुशासनात्मक और तल्लीनता से छात्र बने बैठे थे। मंच पर श्री सुशील ओझा कक्षा के प्रथम क्लास में जब बोलने खड़े हुए तो सब के सब एकाग्रचित्त भाव से उन्हें सुन रहे थे। उनके एक घण्टे दस मिनट के शानदार, दमदार व अत्यन्त प्रभावशाली वक्तव्य में मातृ शक्ति से आह्वान किया कि आप एक अभियान चलायें- नारी को नारी रहने दो। उन्होंने कहा नारी जब नारी रहेगी तो सरस्वती, अन्नपूर्णा, लक्ष्मी, दुर्गा बनेगी। नारी को सनातन संस्कृति में सर्वोच्च स्थान दिया गया है, जहाँ उसे देवी की तरह पूजनीय माना जाता है। बराबरी की बात करना तो उसे सर्वोच्च स्थान से नीचे की ओर लाना है। एक नहीं दो दो मात्राओं से, नर पर भारी नारी। इस पाठशाला में राष्ट्रीय महामंत्री श्री सुनील जी CA ने जोन, जिले और चैप्टर/तहसील की नियमावली से अवगत कराया और सुनिश्चित किया कि अनुशासन बद्ध तरीके से कार्य करने से संगठन को गति मिलेगी और इसकी अवहेलना बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं होगी। राष्ट्रीय संरक्षक आदरणीय श्री धर्मनारायण जोशी ने इसकी प्रतिबद्धता की आवश्यकता से हमें अवगत कराया। वहीँ राष्ट्रीय संरक्षक श्री राम चरण बोहरा, श्री अरुण चतुर्वेदी, श्रीमती ममता शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री शंकर लाल शर्मा राष्ट्रीय महामंत्री श्री पवन पारीक और राष्ट्रीय सचिव श्री विष्णु पारीक ने भी अपने विचार प्रकट किये। इस अवसर पर श्री पशुपतिकुमार शर्मा श्रीमती मीना शर्मा, श्री देवीशंकर शर्मा, राष्ट्रीय सचिव श्री विनोद अमन, प्रदेश महामंत्री श्री राजेश कर्नल, प्रदेश युवाप्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री सुनिल जी उद्धैया, श्रीमती ज्योति जोशी, श्रीमती मंजू शर्मा, श्री माधव शर्मा कार्यालय प्रभारी श्री शंकरलाल जी शर्मा और रीना जोपट, सहित तीनों जोनों ३२ जिलों के करीब ३०० पदाधिकारीगण उपस्थित थे जबकि सफल संचालन प्रदेश महामंत्री श्री सतीश जी शर्मा ने किया।