झारखण्ड, 27 जून 2020 । जयपुर के मुरारीलाल जी पुरोहित अपने व्यवसायिक कार्य से झारखण्ड गये हुए थे जहाँ एक कार हादसे में उनकी मृत्यु हो गयी। उदयपुर विप्र फाउंडेशन के उपाध्यक्ष वरिष्ठ उद्योगपति श्री राधेश्याम जी सिखवाल ने सूचना पाकर तत्काल कोलकाता में श्री सुशील ओझा जी से संपर्क किया कि समाज में ऐसा एक हादसा हो गया है। घटनास्थल राँची से 60 किलोमीटर दूर सिमडेगा क्षेत्र के कोलेबिरा थाना अंतर्गत सुदूर पुत्रीटोली इलाके में पड़ता है। कोरोना लॉक डाउन के चलते राजस्थान से वहाँ पहुँचने में कठिनाई के साथ भारी विलम्ब होगा, इधर परिवार बेहाल है, विप्र फाउंडेशन इस संदर्भ में क्या मदद कर सकता है। ओझा जी ने हाथों हाथ झारखण्ड प्रभारी श्री भरतराम तिवाड़ी के माध्यम से जोनल अध्यक्ष श्री पवन शर्मा जी को जानकारी दी। भाई पवन जी के प्रयास से कुछ ही समय में विप्र फाउंडेशन के प्रतिनिधि घटना स्थल पहुँच गये। सभी आवश्यक चिकित्सीय, पुलिसिया, आधिकारिक, वाहन आदि की व्यवस्था कर उन्हें जयपुर भिजवाया। ऐसी दुःखद परिस्थिति में एक परिजन की भूमिका का निर्वहन करते हुए विप्र फाउंडेशन झारखण्ड ने अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। इस आपातकालीन सहयोग से सम्पूर्ण पुरोहित परिवार व उनके मित्रजनों ने टीम विप्र फाउंडेशन के प्रति अनेकानेक आभार जताया। उन्होनें कहा कि आज अहसास हुआ कि विप्र फाउंडेशन की जड़ें व विस्तार कहाँ तक है। संस्था का वजूद व इसकी उपयोगिता अतुलनीय है। श्री राधेश्याम सिखवाल ने अपनी हृदयस्थ भावना लिख कर भी भेजी है जिसे हम आपसे साझा कर रहे हैं। विपत्तिकाल में यथा संभव अपनों के साथ, अपनों के लिये खड़े हों, इसी में संगठन की सार्थकता है। विप्र फाउंडेशन यही करता आया है, सदा करता रहेगा।