जोधपुर, 30 जून 2019। शहर के रतनाड़ा स्थित महर्षि गौतम शिक्षण संस्थान में आयोजित कार्यशाला में डॉ मनोज सारस्वत ने कहा कि “जब हम किसी नौकरी के लिए या अन्य किसी काम के लिए आवेदन करते हैं और दुर्भाग्य से वह नौकरी नहीं मिलती या वह कार्य नहीं हो पाता तब भी हमें उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए, धन्यवाद देना हमारे व्यक्तित्व का एक सकारात्मक पहलू है इसे हमेशा ध्यान में रखा जाना चाहिए।” व्यक्तित्व विकास के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में टिप्स देते हुए उन्होनें कहा कि इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवार के हावभाव तथा प्रश्नों के उत्तर देते वक्त आत्मविश्वास सहित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान के साथ साथ व्यक्तित्व के विकास में मानसिक, शारीरिक तथा आत्मिक संतुलन की आवश्यकता होती है। मानसिक रूप से संतुलित, शारीरिक रूप से स्वस्थ तथा आध्यात्मिक रूप से शांत व्यक्ति का ही व्यक्तित्व सम्पूर्ण कहलाता है। विप्र फाउंडेशन के लर्न एंड अर्न प्रोग्राम तथा सारस्वत पर्सनैलिटी डेवलपमेंट संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यशाला में चालीस युवक एवं युवतियों ने भाग लिया। विप्र फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष कैलाश सारस्वत ने बताया कि रातानाडा स्थित महर्षि गौतम शिक्षण संस्थान में आयोजित इस कार्यशाला में बच्चों के सर्वांगीण विकास तथा निजी कंपनियों में नौकरियों के समय दिए जाने वाले बायोडाटा के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रश्नोत्तरी में उत्तीर्ण होने वाले सुभ्रा, नंदिता, मंजु, सुरभी, कोमल, वीणा, अभिलाषा, भावना, शिवानी, हर्षित, इस्मत, नवीन तथा यशपाल को सर्टिफिकेट दिये गये।