करौली, 19 दिसंबर 2020 । करौली से 15 किलोमीटर दूर गांव सायपुर का वह जीवट विद्यार्थी कृष्णकुमार चतुर्वेदी, जिसके दुर्भाग्यपूर्ण घटना की वजह से दोनों हाथ कट गये। उसने अपने आपको सम्भाला, हाथ न होने की वजह से पैर की अंगुली से लिखना सीखा और पढ़ाई जारी रखते हुए MA किया व BEd की डिग्री हाँसिल की। वह 25 अप्रैल को होने बाली REET (राजस्थान शिक्षक भर्ती परीक्षा) की तैयारी करना चाहता है लेकिन एक तरफ उसकी जिंदगी सँवारने को परीक्षा में सफलता आवश्यक है तो वहीँ दूसरी ओर आर्थिक तंगी व अपंगता ऐसे में कृष्णकुमार चतुर्वेदी को सम्बल की आवश्यकता थी। शारीरिक रूप से अक्षम होने की वजह से ज्यादातर दैनिक गतिविधियों के लिये अन्य पर निर्भर है लेकिन वह पढ़ना चाहता है, सफल होना चाहता है, आत्मनिर्भर होना चाहता है। विप्र फाउंडेशन ने कृष्णकुमार चतुर्वेदी व उनकी माताजी को कल सर्दी से वचाव की कुछ सामग्री जैसे स्वेटर, 2 जर्सी,इनर, 2 टोपा, 2 जोड़ी मौजा, 2 रजाई, 2 कम्बल, गर्म गद्दा, सर्दी से वचाव की सामग्री व मिठाई करौली बुलाकर कृष्णकुमार को सौंप दी है और आश्स्वत किया कि आगामी समय में पढ़ाई हेतु निःशुल्क कोचिंग व पाठ्यसामग्री की व्यवस्था विप्र फाउंडेशन के द्वारा की जायेगी। प्रदेश संगठन महामंत्री शान्तनु पाराशर ने बताया कि करौली शिक्षा परिवार, विप्र फाउंडेशन की तरफ से सहयोग करने बाले श्री शशिकपूर शर्मा,श्री मृगेंद्र शर्मा, श्री अजय पाराशर, श्री कमलेश शर्मा व विप्र फाउंडेशन राज0 जोन-1D के प्रदेशाध्यक्ष वेदप्रकाश उपाध्याय, प्रदेश संगठन महामंत्री शान्तनु पाराशर को धन्यवाद। अतिशीघ्र ही “करौली शिक्षा परिवार” के द्वारा समस्त अध्यययन सामग्री उन्हें सौंपी जायेगी, यह विश्वास करौली शिक्षा परिवार के संयोजक शान्तनु पाराशर, अत्तार खान, चैतन्यपाल यदुवंशी, त्रिवेन्द्र कुमार लाटा, राघवेंद्र भारद्वाज, अनिल गोदुहन सूरौठ ने दिया है।हमें विश्वास है कि कृष्णकुमार चतुर्वेदी आगामी समय में अपने बुलन्द हौसले व मजबूत दृढ़संकल्प से REET परीक्षा उत्तीर्ण करके शिक्षक जरूर बनेगा।