जोधपुर 1 मार्च 2020 । ए मेरे वतन के लोगों, आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की, कोई लाख करे चतुराई कर्म का लेख मिठे ना रे भाई, पिंजरे के पंछी रे जैसे असंख्य अमर गीतों के रचयिता, दादा साहब फाल्के सम्मान से सम्मानित, गीतकार, कवि प्रदीप की कनिष्ठ पुत्री मितुल प्रदीप की जोधपुर आगमन पर उनका विप्र फाउंडेशन के सदस्यों की तरफ से स्वागत किया गया। संस्था की ओर से बीसीसीआई के चैप्टर अध्यक्ष श्री नवीन जोशी के नेतृत्व में सदस्यों ने स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर श्रीमती मितुल प्रदीप ने कहा की “बाऊजी” ने कभी भी पैसों के लिए अपनी कलम को नहीं बेचा, उनके लिखे गीत आज भी राष्ट्र की धरोहर है। प्रतिनिधिमंडल में श्री मुकुल, श्री कैलाश सारस्वत, श्री कैलाश ओझा, श्री नरेश जोशी, श्री देवेंद्र शर्मा, श्री मनोज शर्मा, श्री पंकज राजदान, श्री कैलाश व्यास, श्री निरंजन दाधीच, श्री महेंद्र सिंह, श्री रवि शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।