कोलकाता, 29 अक्टूबर 2017 कोलकाता के नेताजी सुभाष रोड स्थित बंगाल चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के विलियमसन हॉल में पश्चिम बंगाल और सिक्किम ईकाई द्वारा एक भव्य और प्रभावी कार्यक्रम “लेखक से मिलिए” का आयोजन किया गया जिसमे साहित्य अकादमी, नयी दिल्ली के सर्वोच्च साहित्य सम्मान से सम्मानित बीकानेर के वरिष्ठ रंगकर्मी, पत्रकार, साहित्यकार मधु शर्मा “आशावादी” का अभनन्दन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विप्र फाउण्डेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष बनवारीलाल सोती ने की जबकि मुख्य अतिथि समाजसेवी श्री रामकिशन आचार्य थे। प्रधान वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार श्री प्रेमशंकर त्रिपाठी और बतौर विशिष्ठ अतिथि विशिष्ठ उद्द्योगपति श्री रूपचंद सावनसुखा एवं समाजसेवी श्री रामेश्वरलाल भट्टड़ विराजमान थे। इस भव्य आयोजन में श्री आचार्य द्वारा लिखित “पहला पर आखिरी खत”, “एक लम्हा जिंदगी”, “बारूद पर खड़े शहर का सच”, “उम्र के आगे”, “धरती है अनमोल”, “कठघड़े में बड़े”, “मुन्नी का बाल मन” का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर श्री आचार्य का सम्मान और अभिनन्दन किया गया और “आर्ष भारती” की ओर से श्री रमेश शर्मा ने “पं. भरत व्यास कला सम्मान” से सम्मानित किया। प्रधान वक्ता श्री प्रेमशंकर त्रिपाठी ने कहा कि सृजन करने वाला मौसम का मोहताज नहीं होता। विप्र फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बनवारीलाल सोती ने कहा कि सामाजिक एकता से ही राष्ट्रीय एकता सम्भव है जबकि राष्ट्रीय सचिव श्री भरतराम तिवाड़ी ने विफा के उद्देश्यों और प्रकल्पों पर प्रकाश डाला। विप्र फाउण्डेशन के राष्ट्रीय समन्वयक श्री सुशील ओझा ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ विप्र फाउण्डेशन का ही नहीं अपितु कोलकाता प्रवासी पुरे राजस्थानी समाज की तरफ से है। इस मौके पर और भी कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर जोन-7 के अध्यक्ष श्री राजकुमार शर्मा, महामंत्री श्री दिलीप सिखवाल, श्री आनंद जोशी, श्री हरीश शर्मा सहित विफा के अनेक सदस्य उपस्थित थे। सफल संचालन राजस्थान ब्राह्मण संघ के सचिव श्री राजकुमार व्यास ने किया।