नारनौल, 17 सितम्बर 2018। विप्र फाउंडेशन हरियाणा जोन 3 नारनोल जिला महेंद्रगढ़ की इकाई द्वारा नारनौल की स्थानीय ऑफिसर कॉलोनी, में नवनियुक्त महर्षि बाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ श्रेयांश द्विवेदी एवं राजस्थान साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष व राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी अश्वनी शर्मा का अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बोलते हुए कुलपति डॉ श्रेयांश द्विवेदी ने कहा कि संस्कृत हमारी धरोहर है एवं संस्कृति की पहचान है। उन्होंने प्रदेश के युवाओं को संस्कृत के अध्ययन की प्रेरणा दी । उन्होंने कहा कि प्रदेश में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना से उच्चतर शिक्षा में संस्कृत को उचित मान-सम्मान मिल पाएगा। उन्होंने विप्र फाउंडेशन के द्वारा समाज हित में किए जा रहे कार्यों की सराहना की एवं आभार व्यक्त किया। राजस्थान साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष एवं राजस्थान प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी अश्विनी शर्मा ने नारनौल क्षेत्र साहित्यिक गतिविधियों में अग्रणी है व सामाजिक व सांस्कृतिक रूप से विशिष्ट पहचान रखता है। उन्होंने विप्र फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व कार्यक्रम संयोजक सत्यम इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर विनोद शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया । तथा फाउंडेशन के प्रदेश सचिव अशोक बुचोली व इकाई संयोजक आनंद जोशी ने कहा कि डॉ श्रेयांश द्विवेदी संस्कृत के प्रकांड विद्वान हैं तथा उनके नेतृत्व में हरियाणा में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना एवं भविष्य में संस्कृत शिक्षा के प्रचार-प्रसार में नीव का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर डॉ जितेंद्र भारद्वाज, प्रो डॉ ममता शर्मा, हितेंद्र शर्मा ,संजय शर्मा सुरेंद्र शर्मा आदि ने भी दोनों अतिथियों का स्वागत किया और अपने विचार प्रकट किए कार्यक्रम में असिस्टेंट कमिश्नर चन्द्रपाल श्योराण, रामबिलास शास्त्री, गोविंद व्यास, कुलदीप, डॉ पंकज गोड़, विपिन शर्मा सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे