जोधपुर, 22 नवम्बर 2018। ट्विटर के मुख्य कार्यपालक जैक डोरसे द्वारा ब्राह्मणों के लिये ट्विट पर अपमानजनक पोस्ट के बाबत जोधपुर सिटी मजिस्ट्रेट के समक्ष आज परिवाद प्रस्तुत कर दिया गया। विप्र फाउंडेशन, राजस्थान प्रदेश युवा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष राजकुमार शर्मा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता हस्तीमल सारस्वत ने जैक डोरसे के खिलाफ भारतीय दंड अधिनियम 295A, 500, 501, 504, 505 एवं 120B के अंतर्गत कार्रवाई करने की मांग करते हुए मामले के दस्तावेज प्रस्तुत किये जिसे कोर्ट द्वारा स्वीकार कर 1 दिसम्बर को सुनवाई मुकर्रर की है। शर्मा द्वारा दायर परिवाद में जैक के खिलाफ ब्राह्मण समाज को अपमानित करने, समाज को वर्गों में बांटने की कोशिश, जातीय संघर्ष पैदा करवाने का प्रयास, धार्मिक आस्था का अपमान, आजीविका पर प्रहार जैसे गंभीर आरोप लगाये गये है। इस संदर्भ में बासनी कोतवाली में शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। देश के अन्य शहरों में भी ऐसे मामले दर्ज करवाये जाने की सूचना है। ट्विटर के मुख्य कार्यपालक जैक डोरसे ने अपनी ट्विटर पोस्ट में लिखा था कि “ब्राम्हणवादी पितृ सत्ता का नाश हो।” उधर विप्र फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक श्री सुशिल ओझा ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिख कर ट्विटर के मुख्य कार्यपालक जैक डोरसे के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। अपने पत्र में श्री ओझा ने कहा है कि इतनी बड़ी कंपनी इतनी बड़ी गलती बिना सोचे समझे या बिना किसी खास मकसद के कर ही नही सकती। जैक ने ब्राम्हणों का अपमान तो किया ही है साथ ही भारतीय संस्कृति में दखल भी है और जरूर ही इस प्रक्रिया में कुछ भारतीय भी साथ खड़े है जो उनकी मानसिकता के स्तर को प्रदर्शित करता है। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय महामंत्री सी.ए. डॉ.सुनील शर्मा ने बताया कि ट्विटर के मुख्य कार्यपालक जैक डोरसे द्वारा ब्राह्मणों के लिये ट्विट पर अपमानजनक पोस्ट के खिलाफ में बासनी कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई गई है। देश के अन्य शहरों में भी ऐसे मामले दर्ज करवाये जायेंगे।