बीकानेर, 24 जून 2020 । बीकानेर सभांग की सबसे बड़ी सरकारी अस्पताल पीबीएम में दिनो दिन हो रही अमानवीय व असंवेदनशील घटनाओं के रोकथाम के लिए आज विप्र फाउंडेशन द्वारा जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। जिसमे मृतक परिवार को मुआवजा, पूरे पीबीएम परिसर को सेनेटाइजर करने सहित जिम्मेदार अधिकारी को निलंबन करने की मांग राखी गयी। जिला कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि इस बाबत का राज्य सरकार को पत्र लिखा जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष भँवर पुरोहित ने जानकारी देते हुए बताया कि पीबीएम अस्पताल में दिनोंदिनों विभागीय लापरवाही और कार्य के प्रति उदासीनता के चलते दिल दहलाने देने वाली घटनाओं से सर्वसमाज में आक्रोश व्याप्त है। गत दो दिवस पूर्व हुई घटना पूरे सिस्टम पर एक कलंक है, इसके लिए उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये। साथ ही मांग की गयी कि पीबीएम घटना के जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त करने व मृतक परिवार को मुआवजा दिया जाए और अनियिमित्ताओ को दुरस्त करने व पूरे परिसर को सेनेटाइजर करवाने और सफाई व्यवस्थाओं को माकूल करने सहित केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइंन का प्रभावी से पालना हो। उपरोक्त मांगो लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोपा। वार्ता के दौरान जिला क्लेल्टर ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जो घटना घटित हुई है उसमें दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी पीबीएम अधीक्षक के खिलाफ राज्य सरकार को सुप्रिडेंट को निलंबित करने का पत्र व पीड़ित परिवार को मुआवजे को पत्र लिखा जाएगा पूरे परीसर को सेनेटाइजर करवाया जाएगा। ज्ञापन देने वालो में पूर्व प्रधान शिवरतन शर्मा, धनसुख सारस्वत, नवरत्न व्यास, हरिगोपाल जोशी, रमेश जाजड़ा, नंदकिशोर गालरिया, गोपाल जोशी, आशा पारीक, पार्षद सुधा आचार्य, वेद व्यास, विक्रमसिंह राजपुरोहित, भेरूरत्न ओझा, रमेश चन्द्र उपाध्याय, पंकज पालीवाल, पुखराज शर्मा, भवानी शंकर जाजड़ा, एडवोकेट त्रिलोक नारायण पुरोहित, कैलाश भार्गव, दुर्गाशंकर आचार्य, कोंग्रेश महासचिव आनंद जोशी बाबा, भँवर सांखी आदि उपस्थित थे।