सूरत, 3 सितम्बर 2017। परिवारिक परिवेश जितना विस्तृत होता हैं। उस परिवार के बच्चे अधिक निश्चिंत होकर विकास से आगे बढ़ते हैं। क्योंकि निराशाजनक स्थितियों में परिवार के वरिष्ठ एव परिवारजन अपनी अपनी योग्यताओं साथ समर्पणभाव से सहयोग करते हैं। यही भाव अपने विप्र फाउंडेशन परिवार के होनहार बच्चे के लिए वरदान साबित हुआ। हाल ही में सूरत के होनहार छात्र चि० प्रतिम कुमार रावल (BSC,PGDMLT,D.PHARM) जिन्होंने IIT गुजरात यूनिवर्सिटी में 10 लाख से ज्यादा बच्चो में 14 रेंक से मेरिट बनाई जो गर्व का विषय है। यह शिक्षार्थी ह्यूमन जेनिटिक रिसर्स (M.S.) में आगे अध्ययन करना चाहता है। पर विडंबना थी कि कॉर्ष के लिए सिर्फ 10 सीट ही हैं और आरक्षण के चलते जनरल केटेगरी के बच्चे के लिए यह एडमिशन मुश्किल ही नहीं अपितु निराशा तुल्य था। ऐसी विकट परिस्थितियों में विप्र फाउंडेशन के वरिष्ठजनों ने संज्ञान लेते हुए प्रयास करने शुरू किये और अन्त में सम्पूर्ण प्रयासों एव परमपिता परमेश्वर की कृपा से अंतिम राउंड में एडमिशन हो ही गया जो हर्ष की बात हैं। इस सम्पूर्ण घटना कर्म में समय समय पर सम्पर्क में रहकर रहे सम्मानीय श्री विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय समन्वयक श्री सुशील ओझा, सम्मानीय श्री महेंद्रजी शर्मा,सूरत एव सही समय उचित सम्पर्क करते हुए श्री नरेशजी शर्मा, अहमदाबाद मार्गदर्शक माननीय श्री सांवरमलजी माटोलिया, श्री प्रेमभाई जोशी, श्री दिनेश जी (दाढ़ी) श्री दिनेशभाई राजपुरोहित एव श्री ललित शर्मा जी सूरत। यह एक परिवार की विशालता और अपनत्व के भाव को प्रकट करता है और सन्देश देता है कि विस्तृत परिवार का साथ आने पीढियों को क्या सुनहरी सौगात दे सकती हैं। आज प्रीतम रावल का एडमिशन परिवार के लिए गौरव की बात तो है ही, विप्र फॉउंडेशन के लिए भी अधिक गर्व की बात हैं। ज्ञात रहे कि सूरत 20 सितम्बर 2016 इसी तरह से श्री दिनेश जी शंकर लाल जी पालीवाल की लड़की का विप्र फ़ाउण्डेशन के कर्मठ कार्यकर्त्ता श्री कल्पेश भाई रावल के द्वारा कॉलेज मे बिना किसी अमाउंट के एडमिशन कराया गया था।