जयपुर, 26 सितम्बर 2017। ब्राह्मण समाज में “जागृति एवं एकता” लाने हेतु विप्र फ़ाउंडेशन राजस्थान जोन 1 युवा मंच द्वारा “विप्र जागरूकता अभियान” प्रारम्भ किया गया है। लम्बे समय तक चलने वाले इस कार्यक्रम के अंतर्गत “ब्राह्मण विभूतियों को शस्त्र और शास्त्र के रूप में भगवान परशुराम का प्रतीक फ़रसा एवं श्रीमद्भागवतगीता” और विप्र फाउण्डेशन के उद्देश्यों की पूर्ण जानकारी के लिए एक किट भेंट की जायेगी और विफ़ा से जुड़ने व विप्र समाज हित हेतु कार्य करने का आग्रह किया जायेगा। इस अभियान की पावन श्रीगणेश प्रथम नवरात्र महोत्सव के अति उत्तम समय में विप्र समाज के महामना “श्री बी.एल.जोशी जी” (पूर्व राज्यपाल, उत्तरप्रदेश) को शस्त्र और शास्त्र (फरसा और गीता) भेंट कर उनका सम्मान किया गया। यह अभियान पहले जयपुर और फिर राजस्थान के अन्य भागों में क्रमबद्ध और सतत रूप से जारी रखा जायेगा। इस अवसर पर युवा मंच के प्रदेशाध्यक्ष बलदेव व्यास, राज बिहारी शर्मा, नितेश भारद्वाज, राकेश शर्मा, अमित शर्मा उपस्थित रहे।
श्री बनवारी लाल जोशी (श्री बी.एल.जोशी) – संक्षिप्त परिचय
जन्म : 27 मार्च 1936
जन्म स्थान : छोटी खाटू (जिला नागौर) राजस्थान
कार्यक्षेत्र : भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
आदरणीय जोशी जी ने 1957 में राजस्थान पुलिस सेवा में आकर देश सेवा प्रारम्भ की, इसके बाद 1962 में वह भारत सरकार के लिये कार्य करने हेतु पुलिस अधिकारी नियुक्त किये गये।
आपने अनेकों प्रशासकीय पदों पर कार्य किया जिनमें भारत सरकार का गृह मंत्रालय भी शामिल है।
आप प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की सुरक्षा में रहे तथा बाद में लाल बहादुर शास्त्री व इंदिरा गांधी के साथ गृह मंत्रालय में अधिकारी के रूप के कार्य किया।
जोशी जी भारत की ओर से इस्लामाबाद (पाकिस्तान) तथा लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अधिकारी रहे व वाशिंगटन डीसी (अमेरिका) स्थित भारतीय दूतावास में अधिकारी रहे।
श्री जोशी जी ने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) से 1991 में स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के बाद 1993 से 2000 तक अमेरिका की दो सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में काम किया, साथ ही कैलिफोर्निया स्थित एक NGO में कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य किया। यह संस्था जरूरतमंद मेधावी भारतीय छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करती थी।
2000 में भारत वापसी के बाद आपको राजस्थान मानवाधिकार आयोग में सदस्य बनाया गया (जिसका दर्जा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के बराबर होता है) आपका कार्यकाल 2004 तक रहा।
2004 से 2007 तक आप दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) रहे।
2007 में आपको मेघालय का राज्यपाल बनाया गया।
2007 से 2009 तक आप उत्तराखण्ड के राज्यपाल रहे।
2009 से 2014 तक आप उत्तर प्रदेश के राज्यपाल (2 बार) रहे।
2014 में भाजपा की सरकार आने के बाद इन्होंने यूपी के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया व तभी से आप सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं।
श्री जोशी जी ने भारत व विश्वभर में यात्रायें की हैं, आप सामाजिक रूप से अतिसक्रिय हैं। आप अनेकों संगठनों से जुड़े होने के साथ ही विप्र फ़ाउंडेशन के मार्गदर्शक हैं।