रायरंगपुर 1 मार्च 2020। विप्र फाउंडेशन उड़ीसा प्रान्त द्वारा रायरंगपुर चैप्टर के तत्वावधान में स्थानीय चौबे जी धर्मशाला में विप्र गौरव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संरक्षक श्री बनवारी लाल जी सोती एवम राष्ट्रीय महासचिव डॉ सीए सुनील जी शर्मा उपस्थित रहे। अतिथियो ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उदघाटन किया इसके पश्चात वरिष्ठ उद्यमी, लौह पत्थर खदान मालिक एवम विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री जगदीश मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे सिमलीपाल समीप आश्रम में निशुल्क अध्ययनरत आदिवासी छात्र-छात्राओं ने गणेश वंदना की। विप्र फाउंडेशन के संगठन पाठशाला में राष्ट्रीय महासचिव डॉ सीए सुनील शर्मा ने संस्था की रीति नीति के सम्बंध में पदाधिकारिवृन्द को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि संस्था का मुख्य उद्देश्य शिक्षा तथा रोजगार के क्षेत्र में आर्थिक रूप से पिछड़े युवाओं को सहयोग करना है। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संरक्षक श्री बनवारीलाल सोती ने अपने वक्तव्य में कहा कि विप्र फाउंडेशन में योजनाओं के सफल रूप से संचालन के साथ ब्राह्मण समाज के सर्वांगीण विकास के लिए संगठन में युवाओं को जोड़ना आवश्यक बताया। इस प्रकार विप्र पाठशाला कार्यक्रम के समापन के पश्चात सामूहिक रूप से अतिथियों ने लजीज व्यंजनों तथा भोजन का लुफ्त उठाया। संध्याकालीन कार्यक्रम में शिक्षा रोजगार तथा नौकरी के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले युवाओं तथा वरिष्ठ लोगों को विप्र फाउंडेशन के अतिथियों द्वारा ट्रॉफी एवं मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। कुल 41 लोगों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के समापन में मुख्य अतिथियों ने रायरंगपुर विप्र फाउंडेशन के युवा कार्यकर्ताओं कि समाज के प्रति समर्पण तथा लगन को देखते हुए उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगदीश मिश्रा, प्रांतीय अध्यक्ष रामावतार जी शर्मा, प्रांतीय महासचिव दिनेश जी जोशी, प्रांतीय उपाध्यक्ष महेश जी शर्मा, अध्यक्ष रायरंगपुर सुनील कुमार चौबे, प्रांतीय कोषाध्यक्ष बजरंग लाल शर्मा, रायरंगपुर के महासचिव रवि जोशी, विष्णु शर्मा, महेश शर्मा, बद्रीनाथ शर्मा, अनिल शर्मा, सुरेश शर्मा के अलावा भुवनेश्वर, संबलपुर, कटक, बरगढ़, राउरकेला, बालेश्वर, करँजिया, क्योंझर, बहाल्दा आदि से आए हुए सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।