जयपुर, 25 अक्टूबर 2018। जयपुर के नारायणसिंह सर्किल स्थित इंद्रलोक सभागार, भट्टारकजी की नसियां में “राजस्थान की राजनीति में ब्राह्मण समाज की भूमिका” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विप्र फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक श्री सुशील ओझा और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री धर्मनारायण जोशी विशेष रूप से आमंत्रित थे। मुख्य अतिथि जगद्गुरु संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पण्डित विनोद शास्त्री ने कहा कि लाखों वर्षों से राजकाज में ब्राह्मणों की मुख्य भूमिका रही है और नीतिनिर्देश व मार्गदर्शन में उनका विशेष योगदान रहा है। श्री राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री धर्मनारायण जोशी ने कहा कि पहले राजस्थान की विधानसभा में ६३ विधायक हुआ करते थे जो अब सिमट कर १४-१५ विधायक रह गये है। इस तरह से प्रदेश में ९० लाख ब्राह्मणों की संख्या होते हुए भी ब्राह्मणों को हासिये पर रखा जा रहा है। श्री जोशी ने बताया कि प्रदेश के सभी संभागों के राजनीतिक भागीदारी की मांग को लेकर चलाई जा रही पाथेय मुहिम के तहत उदयपुर, बीकानेर और जोधपुर आदि संभागों में बैठकों का आयोजन पहले ही हो चुका है। संस्थापक संयोजक श्री सुशील ओझा ने कहा कि ब्राह्मणों की एकता पर प्रश्नचिन्ह किया जाता है कि उनके अनेक अलग अलग बंटी हुई संस्थाएँ है। इसका प्रत्युत्तर देते हुए श्री ओझा ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि ब्राह्मणों की अनेक श्रेणियां व संस्थाएं है लेकिन ब्राह्मणत्व के नाम पर हम सब एक हैं। श्री ओझा ने कहा कि राजस्थान में १६ प्रतिशत ब्राह्मण है उस हिसाब से हम दोनों मुख्य पार्टियों से मांग करते है कि हमें ४०-४० सीट पर टिकट दिया जाये और अपने अपने घोषणा पत्र में हमारी ११ सूत्रीय मांगों को शामिल करें। जो भी पार्टी हमारी मांग मानेगी हम उसी पार्टी का साथ देंगे। इस अवसर पर कई वक्ताओं ने अपने उद्गार व्यक्त किये। संगोष्ठी के पश्चात पत्रकार सम्मलेन रखा गया जिसमे जयपुर के छोटे-बड़े प्रायः सभी पत्रकारों ने भाग लिया। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए श्री ओझा ने दोनों मुख्य पार्टियों से ४०-४० सीट पर टिकट दिये जाने और अपने अपने घोषणा पत्र में हमारी ११ सूत्रीय मांगों को शामिल करने की मांग दोहराई। आगंतुकों का स्वागत जोन-१ के प्रदेशाध्यक्ष श्री देवीशंकर शर्मा ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय सचिव श्री विनोद अमन ने दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री श्री सतीश शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सत्यनारायण श्रीमाली, श्री मुकेश दाधीच, राष्ट्रीय महामंत्री श्री भरतराम तिवाड़ी, श्री पवन पारीक, जोन-1B के प्रदेशाध्यक्ष श्री ताराचंद सारस्वत, प्रदेश महामंत्री श्री राजेश कर्नल, श्री शंकर बगड़ा, श्री जुगल शर्मा, श्री बृजबिहारी शर्मा, श्री नेमीचंद शर्मा, श्री गंगाराम पाराशर, श्री बलदेव व्यास सहित दरीब ५०० विप्रगण उपस्थित थे।