गुरुग्राम, 22 सितम्बर 2016 . नगरनिगम, जिला प्रशासन एवं रेड क्रॉस सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में विप्र फाउण्डेशन के सहयोग से शुरू किये गए अभियान के अन्तर्गत तैयार की गयी क्षेत्रीय फिल्म “आठवां वचन” विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पांच हज़ार से ज्यादा विद्यार्थियों एव. आमजन को दिखाई जा चुकी है। जिला उपायुक्त एवं नगरनिगम आयुक्त श्री टी. एल. सत्यप्रकाश ने बताया कि देश में कन्या भ्रूण हत्या रोकने व बेटियों को सम्मान दिलाने के उद्देश्य के लिए विप्र फाउण्डेशन द्वारा “आठवां वचन” फिल्म बनायी गयी है। विफा द्वारा इस फिल्म को एक लाख विद्यार्थियों, नवयुवकों-नवयुवतियों और आमजन तक पहुँचाने का निर्णय लिया गया है जिससे बेटियों के प्रति सब के नज़रिए को बदला जा सके। श्री सत्यप्रकाश ने बताया कि शिक्षण संस्थानों को हस्ताक्षर युक्त पत्र भेजे गए है और उनका परिणाम भी आने लगा है। इसके अलावा इस फिल्म को ग्राम पंचायत स्तर एवं सार्वजानिक स्थलों पर भी प्रोजेक्टर के माध्यम से निःशुल्क दिखाने का प्रयास किया जायेगा। फिल्म को आमजन तक पहुँचाने के लिए फिल्म के निर्माता एवं विप्र फाउण्डेशन के आठवां वचन प्रोग्राम के पर्यवेक्षक श्री रामनिवास शर्मा और रेडक्रॉस सचिव श्यामसुन्दर को जिम्मेदारी दी गयी है। फिल्म के निर्माता एवं विप्र फाउण्डेशन के आठवां वचन प्रोग्राम के पर्यवेक्षक श्री रामनिवास शर्मा ने बताया कि जहाँ-जहाँ इस फिल्म को दिखाया जायेगा, उन शिक्षण संस्थानों एवं ग्राम पंचायतों को जिला प्रशासन प्रशंसा पत्र दे कर सम्मानित करेगा। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, भ्रूण हत्या निषेध, दहेज़ प्रथा रोकने जैसे उद्देश्यों के प्रति जागरूकता लाने के लिए बनायीं गयी हरियाणवी फिल्म का 70 प्रतिशत फिल्मांकन 2010 में फर्रुखनगर एवं गांव डाबोदा स्थित राव गिरधारीलाल की ढाणी में हुआ। फिल्म का सबसे लोकप्रिय एवं कर्णप्रिय गीत “मां तूं मनै मरवाइए ना थारी शान देखणा चाहूँ सूं” की रचना श्री रामनिवास शर्मा के पिता पण्डित कामसिंह ने दो दशक पहले की थी। फिल्म का म्यूजिक बिजेंद्र चौहान का दिया हुआ है। इस फिल्म में गांव के सरपंच का किरदार किसान क्लब गुरुग्राम के चेयरमैन राव मानसिंह ने निभाया जबकि ब्राह्मण का किरदार पण्डित रमेश पुजारी ने निभाया।