भीलवाड़ा, 11 नवंबर 2018। भीलवाड़ा के विजयसिंह पथिकनगर स्थित अग्रवाल उत्सव भवन में विप्र फाउंडेशन भीलवाड़ा ने विप्र महाकुम्भ का भव्य आयोजन किया जिसमें ब्राम्हण समाज का सैलाब उमड़ पड़ा। इस आयोजन में कोलकाता से विप्र फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक श्री सुशील ओझा मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए श्री सुशील ओझा ने कहा कि ब्राम्हण समाज को संगठित होकर आगे आकर सर्व समाजों और वर्गों का नेतृत्व करना होगा तभी ब्राम्हणों के मूल मंत्र सर्वे भवन्तुः सुखिनः के साथ समाज में जागरूकता, नव प्रतिभाओं को उद्धादित करने, नवाचार करने, रोजगार व विवाहित सम्बन्धों पर अन्कुथ भाव से मंथन कर सकेंगे। श्री ओझा ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से ही यह सब संभव है। अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री के. के. शर्मा ने बेरोजगारी पर चिंता जताते हुए कहा कि विप्र फाउंडेशन ने इसके लिए कई योजनाओं पर कार्य कर रहा है। “सारथी”, “सीखो और कमाओ” “उच्च शिक्षा सहयोग” इत्यादि इसी के रूप है। इस अवसर पर कवि नरेंद्र दाधीच ने भी अपने विचार रखे। महिलाओं बच्चों ने मनमोहक झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस अवसर परमिडीया प्रभारी विमलेश शर्मा, जोन-१ए के कोषाध्यक्ष राधेश्याम सिखवाल, “सीखो और कमाओ” के प्रभारी के. सी. शर्मा, विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी, सुमित्रा कटिया आदि विशिष्ठ अतिथि थे। इससे पहले जिलाध्यक्ष कैलाशचंद्र सुल्तानिया, कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश शर्मा, संयोजक तुलसीराम शर्मा, मुख्य सरंक्षक भंवरलाल व्यास, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष ज्योति ने मंचासीन अतिथियों का पगड़ी, शॉल व उपरणा ओढ़ाकर सम्मान किया। इस अवसर पर सुरेश पारीक, अनुराग पारीक, गोपालकृष्ण पारीक, संजय शर्मा, दीपक गौड़, संजय औदीच्य, विष्णुप्रसाद भट्ट, विजय शर्मा, सीमा पारीक, मोनिका औदीच्य, कल्पना तिवाड़ी, साधना भट्ट, दया गौड़, मानसी शर्मा सहित शहर और आस पास के हजारों की संख्यां में विप्रबंधु उपस्थित थे।