रेवाड़ी, 7 मई 2019। वैशाख शुक्ल पक्ष अक्षय तृतीया सम्वंत 2076 पर भगवान परशुराम के जन्मोत्सव एवं विप्र फाउंडेशन के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विप्र फाउंडेशन हरियाणा रेवाड़ी इकाई, ब्राह्मण सभा, ब्राह्मण युवा संगठन और भगवान परशुराम शिक्षा समिति के संयुक्त तत्वावधान में ब्रह्मगढ परिसर में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। हवन यज्ञ आचार्य पं० चोखराज शास्त्री, पं. किशन चंद वशिष्ठ, पं. दिलीप शास्त्री, पं. दिनेश कौशिक और पं. विनोद शर्मा के द्वारा किए मंत्रोच्चार के साथ शास्त्रानुसार हवन कुण्ड में वैदिक रीति से हवन किया गया। इस हवन यज्ञ में सात जोड़े जजमान बन कर आहुति दी जिनमे श्री प्रेम कौशिक- सरोज कोशिक, श्री ओम प्रकाश शर्मा- गायत्री देवी, श्री हेमंत भारद्वाज -मंजू भारद्वाज, श्री चंद्रशेखर गौतम -सुनीता गौतम, श्री रमेश वशिष्ठ -शांति देवी, श्री ललित मुदग़ल- मंजू मुदग़ल, श्री प्रदीप शर्मा- सुधा शर्मा ने यज्ञ में सामूहिक रूप से समाज के अन्य सदस्यों के साथ आहुति डाली। सभा के निवर्तमान कार्यकारी प्रधान प्रेम कौशिक ने बताया कि पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम ने धरती पर बढ़ रही विध्वंस शक्तियों का सर्वनाश कर दिया था। वे कभी भी किसी के ऊपर हो रहे जुल्म को बर्दाश्त नही करते थे। आचार्य पंडित चौखराज शास्त्री ने बताया किसी भी धार्मिक कार्य मे हो रहे हवन में बैठकर आहुति देने से विशेष लाभ प्रत्येक जनमानस को मिलता है। इस अवसर पर पंडित दिलीप शास्त्री व विप्र फाउंडेशन हरियाणा के प्रदेश उपाध्यक्ष चन्द्रशेखर गौतम व जिला प्रधान दीपक मुदग़ल एडवोकेट ने समाज के लोगों से समाज के प्रति एकजुटता बनाएं रखने का आह्वान किया। हवन यज्ञ में आहुति डालने वाले सदस्यों में मुख्य रूप से जय कुमार कौशिक, विष्णु दत्त शर्मा एडवोकेट, बालकिशन भारद्वाज, दीपक शर्मा, दीपा भारद्वाज, आर. पी. मुदग़ल एडवोकेट, सत्य प्रकाश गौतम, निरंजन शर्मा, सुशील स्वामी एडवोकेट, मधुसूदन शर्मा एडवोकेट, जितेंद्र तिवारी, प्रकाश चंद भारद्वाज, ठाकर दत्त शर्मा ,मनोज कोशिक ,घनश्याम भारद्वाज ,मोहन तिवारी, सत्यदेव शर्मा, गोपाल तिवारी ,राजेश शर्मा, डॉ श्याम बिहारी भारद्वाज, विजय शर्मा, निखिल भारद्वाज, तुलसीराम वशिष्ठ, कपीस शर्मा, अमरनाथ शर्मा, नरेश शर्मा कोसली, प्रेम वशिष्ठ कोसली, संजय निर्मल, उमाशंकर वशिष्ठ, बालकिशन सहारनवास, राजेंद्र शर्मा विष्णु दत्त बगरहट्टा, नवदीप कौशिक, प्रतीक मुदग़ल, कविंद्र भारद्वाज, जय नारायण शर्मा, ज्ञान चंद शर्मा, हर्ष वशिष्ठ, धर्मपाल शर्मा, दिलीप तिवारी, मनोज वशिष्ठ, महेश कौशिक आदि बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।