सूरत, 28 जुलाई 2018। युगल पीठाधीश्वर आचार्य श्री राजेश्वर जी महाराज के सानिन्ध्य में और पं. नंदकिशोर जी की व्यवस्था में लालसोट (दौसा) के मन्दिर से प्रारम्भ भगवान श्री परशुराम का यह रथ राजस्थान के ६८७ जिलों एवं करीब ४००० गावों व कस्बों की करीब १,११,००० किलोमीटर यात्रा कर सूरत पहुंचा, जहाँ विप्र फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने बड़े ही जोश और उत्साह से स्वागत किया। इस यात्रा का उद्देश्य भगवान श्री परशुराम के आदर्शों एवं चरित्र को लोगों तक पहुँचाने का संकल्प पूर्ण करना है। सूरत में विप्र फाउंडेशन के सभी अग्रणियों एवं विप्र बन्धुओं तथा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस रथयात्रा को सूरत की महत्वपूर्ण सड़कों से श्री परशुराम के जयकारों सहित घुमाते हुए परशुराम मन्दिर ले जाया गया। वहां पर सभी विप्रबंधुओं ने भगवान श्री परशुराम की विधिवत प्रकाण्ड पंडितों द्वारा पूजा अर्चना की तथा महाप्रसादी का भोग लगा कर सभी ने महाप्रसादी ग्रहण की। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांवरमल माटोलिया, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रेमप्रकाश जोशी, दिनेश शर्मा, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल पालीवाल, जिला महामंत्री मीठालाल जोशी, संगठनमंत्री सज्जन महर्षि, विप्र समाज के अग्रणी संतोष शर्मा, विष्णु शर्मा, दिनेश दाधीच सहित अनेक विप्रगण उपस्थित थे।