बीकानेर 6 जून 2020। वर्तमान समय में वैचारिक यज्ञ चल रहा है तथा भारत विश्व गुरु बनकर आगे आया है। आपदा काल में सबका ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है, हम क्या बेहतर कर सकते हैं, सांस्कारित व शुद्ध आचरण से ही महामारी को जीता जा सकता है। तथा छदम सूचनाएं फैलाना घातक है। यह शब्द आज विप्र चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज – बीकानेर, चैप्टर द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा आयोजित मीटिंग में भारत के प्रख्यात पत्रकार व पांचजन्य के संपादक श्री हितेश शंकर, दिल्ली ने देशभर से जुड़े हुए प्रतिभागियों से कहें। उन्होंने स्वदेशी कौशल विकास व आत्मनिर्भरता के त्रिआयामी संकल्पना को राष्ट्र निर्माण के लिए संभव बताया। उन्होंने कहा कि भारत की स्वयं की सोच है तथा आयातित विचार से भारत नहीं चलता। श्री शंकर ने श्वेत क्रांति, दुग्ध क्रांति को भारत की देन बताया तथा दुनिया भारत के रास्ते बदलते हुए मजबूत जीवनशैली अपनाएंगी। मीटिंग का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रीय महासचिव श्री अमित शर्मा ने मीटिंग के उद्देश्य व विसीसीआई की कार्य प्रणाली पर प्रकाश डाला। विसीसीआई बीकानेर के अध्यक्ष श्री सुधीश शर्मा ने कहा कि संस्था उत्कृष्ट कार्य कर रही है। इस महामारी में व्यापारी बंधुओं तक सरकार की योजनाएं पहुंचे, यह हमारा ध्येय है तथा व्यापारी सशक्त बने ,इस हेतु हमें आगे आना होगा। विप्र फाउण्डेशन के संस्थापक संयोजक श्री सुशील ओझा ने संगठन निर्माण व गतिविधियों पर प्रकाश डाला व संगठन द्वारा किए गए कार्यों को ही विस्तृत जानकारी प्रतिभागियों को दी। संगठन सकारात्मक भाव के साथ आगे बढ़े तथा कोरोना काल में किए गए संगठन के कार्यों को प्रकाश डाला। उन्होंने मास्क वितरण, मंत्रोचार व थाली सहित विभिन्न कार्य की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर राष्ट्रीय महिला प्रमुख चंद्रकांता पुरोहित, उदयपुर विसीसीआई के प्रमुख के.के. शर्मा भूटान से तुलसीराम जी शर्मा, सी ए श्री मोहनलाल पारीक सहित प्रबुद्ध जनों ने विचार व्यक्त किए। श्री संजय शर्मा सिलीगुड़ी ने राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए संगठन को आगे आने का आह्वान किया तथा पुरजोर शब्दों में मांग की उन्होंने कहा कि संगठन को टीम भावना से महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा। इस अवसर पर पुणे ,दिल्ली ,गोवाहाटी ,नोएडा,कोलकाता ,आसाम ,लखनऊ ,बीकानेर सहित विभिन्न शहरों के प्रतिनिधियों ने भागीदारी निभाई । मीटिंग कुशल संचालन श्री अमित शर्मा ने किया।