आज श्री मेहंदीपुर बालाजी में आयोजित #विप्र_महाकुंभ में पूर्वी राजस्थान संभाग के 20,000 ब्राह्मणों ने समवेत स्वर में शुभ प्रस्ताव रखा की वर्तमान समय की माग को दृष्टिगत रखते हुए विशेष प्रज्ञवान समाज एक साथ, एक मंच पर बैठकर परिस्थितियों पर विचार करके भारत की कालजयी संस्कृति को नेतृत्व प्रदान करेगा ।
छीजत के इस दौर में ब्राह्मण समाज की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण एवम आवश्यक हो गई हैं ।
इस अवसर पर संत वृंद, राजस्थान सरकार के मंत्रीगण, सांसद, अनेक विधायक, समाज के जनप्रतिनिधि,अनेक गणमान्यजन सहित पूर्वी राजस्थान के हजारों में तादाद में आत्मीय जन उपस्थित रहे ।