कोलकाता, २५ जून २०१६। सूरत में प्रस्ताव पारित हुआ की विप्र चेतना के पाँचों अग्रणी शहरों में,जहाँ विप्र महाकुंभ के आयोजन हुए हैं, वहां निज स्थान लेकर विप्र फाउंडेशन के ऐसे केन्द्रों का निर्माण किया जाये जिनसे संगठन को स्थायित्व, शिक्षा और स्वावलम्बन की दिशा में युवाओं को निरन्तर मार्गदर्शन तथा गतिविधियों को विस्तार मिलता रहे। श्रीजग्गनाथ पुरी में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक ने उपरोक्त प्रस्ताव को मुहर लगाते हुए संकल्प लिया की समाज के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने हेतु निर्माण की नींव शीघ्रताशीघ्र रखनी है। वसंत पंचमी के शुभ दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष, भामाशाह,आदरणीय श्री बनवारीलालजी सोती, चूरु ने कोलकाता में मुख्यालय, अतिथि गृह, कौशल विकास केन्द्र, कैरियर काउन्सिलिंग सेन्टर, उद्यमिता प्रशिक्षण हेतु निर्माण कार्य के निमित ५१ लाख का चेक सौंप कर कार्य को अग्रगति प्रदान की। कार्यकर्ताओं ने प्रयास और तेज कर दिये। अखिल भारतीय गौड़ ब्राह्मण सभा के चेयरमैन श्री सुभाष शर्मा ने उत्साहवर्धन करते हुए इस निमित ११ लाख की राशि प्रदान करने की घोषणा की। और फिर वह घड़ी आ गयी जिसका सम्पूर्ण विफा परिवार को बेसब्री से इन्तज़ार था। अक्षय तृत्तीया, श्री परशुराम जयंती के दिन कोलकाता में विप्र फाउंडेशन के उपरोक्त केन्द्र निर्माणार्थ जगह का सौदा कर लिया गया। शहर के प्रमुख मार्ग शरत बोस रोड (लैन्स डाउन) पर प्रस्तावित एक इमारत के दो फ्लोर, जिनका कुल एरिया लगभग ३५०० स्क्वायर फुट होगा, हेतु बातचीत नक्की करके एडवान्स देकर आज प्रथम पड़ाव पार कर लिया गया है। दिग्गज प्रोमोटर, श्री दाधीच परिषद् के अध्यक्ष, सीकर के स्वनामधन्य समाजसेवी स्व० सत्यनारायणजी दायमा के सुपुत्र श्री महेश शर्माजी के नैचुरल ग्रुप ने यह डील स्वयं के लिये तय कर रखी थी, जिसे उन्होंने एज-इट-इज विफा को स्थानान्तरित कर समाज के प्रति समर्पण का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। इतना ही नहीं महेशजी ने उपरोक्त कार्यार्थ २१ लाख का आर्थिक सहयोग भी प्रदान करने की घोषणा कर विप्र फाउंडेशन के प्रति असीम अपनापन की अभिव्यक्ति की है। कोटि-कोटि विप्रजन की आस्था व विश्वास का पर्याय बन रहा विप्र फाउंडेशन सुनियोजित एवं सुव्यवस्थित तरीके से ब्राह्मणों की गौरव पताका की प्रतिष्ठाता हेतु तत्पर है, रहेगा। बस यूँ ही सदैव आपका आशीर्वाद बना रहे।