ऋषिकेश, 11 मार्च 2020। ब्राम्हण समाज के वैश्विक संगठन विप्र फाउंडेशन का दो दिवसीय 11 वां राष्ट्रीय अधिवेशन 21 और 22 मार्च को देव तपोभूमि, उत्तराखंड प्रान्त के ऋषिकेश स्थित स्वर्गाश्रम-वानप्रस्थ आश्रम में होगा। इस अधिवेशन की खास बात यह है कि इसमें राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिला स्तर व तहसील स्तर के पदाधिकारियों के साथ-साथ पूरे भारतवर्ष से राजनीतिक औद्योगिक प्रशासनिक सामाजिक क्षेत्र से 300 से अधिक अति विशिष्ट विप्रवर शामिल होंगे। अधिवेशन में भाग लेने विदेशों से भी समाज के प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं। अधिवेशन में कई केन्द्रीय मंत्री, देश के प्रमुख राजनेता, सांसद, विधायक और प्रादेशिक सरकारों में मंत्रीगण भी भाग लेंगे। विप्र फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक सुशील ओझा ने बताया कि अधिवेशन में विप्र समाज के उत्थान सहित सर्वजन हिताय कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। 500 विप्र शाखाओं के माध्यम से दस हजार कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करने की रणनीति पर भी विशेष फोकस रहेगा। न्याय प्रतिबद्धता व स्वाभिमान रक्षा हेतु विप्र सेना के गठन की घोषणा भी की जाएगी। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय महासचिव पवन पारीक एवं सीए डॉ. सुनील शर्मा मुम्बई ने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा की अध्यक्षता में होने वाले इस राष्ट्रीय अधिवेशन में राष्ट्रीय एवं प्रांतीय सहित सभी सांगठनिक इकाईयों का पुर्नगठन होगा। सोशल मीडिया पर वर्तमान में 20 लाख की पहुंच को बढ़ाकर 50 लाख के लक्ष्य तक पहुंचने की कार्ययोजना पर भी मंथन होगा। इस बीच अधिवेशन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। विप्र फाउंडेशन की उत्तराखण्ड टीम जुटी हुई हैं। विप्र फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक सुशील ओझा सहित अनेक पदाधिकारियों ने ऋषिकेश, हरिद्वार और मुजफ्फरनगर पहुंच तैयारियों का जायजा लिया और समाजबधुओं से अधिवेशन को सफल बनाने को लेकर चर्चा की। यात्रा के दौरान संत घनश्यामदासजी, अधिवेशन के स्वागताध्यक्ष आशीष शर्मा, कमल शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, निर्मल सांखी, मुरलीधर शर्मा, मनोज शर्मा, नरेश व यश शर्मा आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे। सुशील ओझा दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद रामचरण बोहरा व सीपी जोशी से अधिवेशन में आमंत्रण को लेकर मिले। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पाण्डे सहित कई कांग्रेसी नेताओं से भी सम्पर्क किया।