गुवाहाटी में वैवाहिक परिचय सम्मेलन सफलता पूर्वक संपन्न।
अभिभावकों द्वारा लगभग दो सौ युवक-युवतियों का परिचय प्रस्तुत।
सोलह परिवारों की रजामंदी से 8 जोड़ों के रिश्तों की बात आगे बढ़ी।
विप्र फाउण्डेशन तथा छः न्याति पत्रिका का संयुक्त आयोजन।
विप्र फाउंडेशन द्वारा आज गुवाहाटी में 'ब्राह्मण की बेटी ब्राह्मण के घर' नामक वैवाहिक परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विप्र फाउंडेशन जोन 8 की अध्यक्ष मंजुलता शर्मा, गुवाहाटी चैप्टर के अध्यक्ष शिवकुमार पारीक, विनीता रिणवाँ, श्याम सुंदर शर्मा, नानक शर्मा, अनिल रिणवाँ, कैलाश शर्मा, बनवारी सेवदा, रामजीवन व्यास, अरुण गोटेचा, पवन पारीक, श्याम सुंदर पारीक, दीनदयाल शर्मा, श्रीराम पारीक तथा कार्यक्रम संयोजक अरुण गोवला नंदन और एडवोकेट शैलेंद्र शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। चैप्टर के अध्यक्ष शिवकुमार पारीक ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि पूर्वोत्तर में यह पहला वैवाहिक परिचय सम्मेलन है जो हमारी आशा के अनुरूप अत्यधिक सफल हुआ। प्रदेशाध्यक्ष मंजुलता शर्मा ने कहा कि विप्र सामाजिक चेतना तभी संभव है जब हम सामाजिक सरोकारों से, आपसी कार्यक्रमों से अपने बच्चों को जोड़ें। उनमें सांस्कृतिक भाव पैदा करने हेतु समय-समय पर ऐसे आयोजन करें। इस सम्मेलन 150 से अधिक पंजीयन कार्यक्रम के शुरुआती चरण में हो चुके थे तथा लगातार जारी रहे। जोरहाट, तिनसुकिया, रंगिया, तुरा से युवक-युवतियों के परिचय यहां प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के समापन तक 8 अभिभावकों ने आपसी रिश्तों की संभावित रजामंदी व्यक्त कीं। संयोजक शैलेंद्र शर्मा ने कुशलता से कार्यक्रम का संचालन किया। जिसमें बीकानेर से पधारी डॉ० मनाली व्यास ने भी अपना बराबर सहयोग दिया। कार्यक्रम में विप्र फाउंडेशन जोन-8 के संगठन महामंत्री अमित पारीक, कोषाध्यक्ष राकेश भातरा, गुवाहाटी चैप्टर के संगठन मंत्री प्रभात शर्मा, चैप्टर उपाध्यक्ष रामनिरंजन झिकनाड़िया, सीए विकास पारीक, दीपक शर्मा, जय सोती, अरविंद पारीक, दयाराम गुर्जरगौड़, सुरेन्द्र शर्मा, रोहित खंडेलवाल,महिला चैप्टर की महामंत्री रजनी शर्मा, कोषाध्यक्ष जया पारीक, रंजना पारीक, सुनीता बागड़ा, पिंकी शर्मा, सुमन शर्मा, स्वाति सोती, निशा पारीक तथा पूरी विप्र टीम ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया। बीकानेर से आए छः न्याति पत्रिका के संपादक रामजीवन व्यास ने भी सक्रियता से इसमें अपना सहयोग दिया। 'ब्राह्मण की बेटी ब्राह्मण को' कार्यक्रम ने पहले ही दौर में सफलता का परचम लहरा दिया, जो ब्राह्मण समाज के लिए एक सराहनीय बात है।