कौन कहता है आसमाँ में सुराख़ नहीं होता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।
कोलकाता, १४ जून २०१६ । कहने की आवश्यकता नहीं कि विप्र फाउंडेशन एक ब्रह्म आंदोलन बन चूका है । इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से देशभर में हज़ारों लोग इससे परिचित हो रहे हैं । बुजुर्ग, युवा, महिलाऐं, बच्चे सभी आज विप्र फाउंडेशन से किसी न किसी रूप से जुड़े हुए है । जहाँ वेबसाइट में विफा की पारदर्शिता झलक रही है वहीँ फेसबुक में सकारात्मक कमेंट्स दिनों-दिन बढ़ते जा रहे है । विप्र फाउंडेशन के फेसबुक ग्रुप की सदस्य संख्या अब ५०००० के आंकड़े को पार कर गयी है। बहुत ही कम समय में मिली इस हिमालयी सफलता का पूरा श्रेय सोशल मीडिया के राष्ट्रीय प्रभारी श्री सज्जन शर्मा की निरन्तर कोशिश और श्री सुशील जी ओझा एवं श्री पवन जी पारीक, श्री सुनील जी शर्मा, श्री जितेन्द्र जी गौड़, श्री विष्णु जी पारीक, श्री संजय जी शर्मा, श्री दिनेश जी ओझा, श्री महेन्द्र जी जालिया ,श्री मिकु जी कश्यप, श्री मनोज जी पारीक, श्री नितिन जी व्यास सहित सभी कर्मठ एवं अग्रणी कार्यकर्ताओ के जोश और केन्द्रिय नेतृत्व की दूरदर्शी सोच को जाता है। सारा समाज आज विप्र फाउंडेशन की ओर विश्वास भरी नज़रों से देख रहा है। विप्र समाज इस संगठन के प्रवाह को यूं ही बनाये रखे, यही कामना है। जय हो विप्र बंधुओं की ।