कोलकाता, 9 सितम्बर 2020 ।विश्व साक्षरता दिवस के उपलक्ष में विप्र फाउंडेशन द्वारा अब तक 233 युवाओं को उच्च शिक्षार्थ 1.35 करोड़ रुपयों का आर्थिक सहयोग, हजारों प्रतिभाओं को प्रोत्साहन, कैरियर काउंसिलिंग, ई-कॉमर्स कोर्स, सेमिनार्स, कोरोना काल में विप्र केयर से शिक्षा संसाधनों हेतु 2500/- रुपये प्रति छात्र सहयोग, रेवासा संस्कृत विद्यालय का सम्पोषण व संचालन तथा इन सब के अतिरिक्त आपकी इस विशिष्ट संस्था ने राजस्थान में ब्राह्मण समाज की प्रथम प्रोफेशनल स्ट्डीज कॉलेज बनवाकर तैयार कर दी है। जिसका बस कुछ ही दिनों में भव्य उदघाटन होगा। विप्र समाज की किसी संस्था द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में इतना काम करना अभूतपूर्व व अभिन्नदनीय है। कार्यकर्ताओं के कठोर परिश्रम से व समाजजनों के सहयोग से यह सिलसिला धीरे धीरे और तेज गति पकड़ रहा है, सुपरिणाम भी दिखने लगे हैं। यह संयोग ही है कि कल विश्व साक्षरता दिवस के दिन ही विप्र फाउंडेशन मुख्यालय का ई-मेल देखा कि अगस्त माह में राजस्थान के तीन, महाराष्ट्र व ओड़िसा के एक-एक यानि कुल 5 युवाओं को 20 हजार रुपये प्रति छात्र उच्च शिक्षार्थ भेजे गये हैं। इन पाँच युवाओं में दो युवती व तीन युवक MBBS, B.Tech, MBA, BDS और BMS के छात्र हैं जो समाज की अमुल्य निधि तो बन ही रहे हैं, कुटुंब पालक भी बनेंगे। विप्र फाउंडेशन शिक्षा, संस्कार व रोजगार की दिशा में समर्पित भाव से दृढ़ता पूर्वक कार्य करते रहने के अपने संकल्प को फिर दोहराता है। विप्र फाउंडेशन के कार्यकर्ता धरातल पर सेवा करने वाले कर्मवीर हैं। हम युवाओं को बन्दूक, तलवार के नहीं, कलम के सिपाही बनाना चाहते हैं, बना भी रहे हैं। माँ गायत्री हमारी बुद्धि को सदा सदमार्ग पर रखें, जिससे समाज व राष्ट्र कल्याण हेतु हम सदैव समर्पित रहें।