द्वादशा एवम रस्म पगड़ी संपन्न। मृत्यु पर महाभोज नहीं कर 11 तीर्थस्थानों पर भण्डारा, कुलदेवी मन्दिर जीर्णोद्धार का संकल्प।

ज्वाईन विफा