1. एक ही परिवार के आठ सदस्य विप्र शिक्षा निधि से जुड़े।
हम सब के प्रेरणा स्रोत एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बनवारीलाल सोती के परिवार से आठ सदस्य जिनमें उनकी माताश्री परम्पूज्यनिया केसरदेवी सोती- शिक्षा स्तम्भ, उनके पुत्र एवं पुत्रवधु श्री शंकर शर्मा- शिक्षा पोषक, श्री गिरीश शर्मा- शिक्षा पोषक, श्री त्रिलोचन शर्मा- शिक्षा पोषक, श्रीमती मीनाक्षी शर्मा- शिक्षा पोषक, श्रीमती सलोनी शर्मा- शिक्षा पोषक, श्रीमती विशाखा शर्मा- शिक्षा पोषक, और उनकी सुपौत्री नन्ही गुड़िया हिमानी- शिक्षा प्रेरक के रुप में विप्र शिक्षा निधि में जुड़ कर एक कीर्तिमान पेश किया है। पारिवारिक संस्कार से ओत-प्रोत सोती परिवार समर्पित समाजसेवी, तन-मन-धन से सेवा करने में अग्रणी है और मानव सेवा एवं गोसेवा ही इनका धर्म है। इतने सारे गुणों के धनी होने के बावजूद अहंकार इनसे कोषों दूर है । इनकी सादगी और सहजता इस कदर है कि शायद रहीम जी ने ऐसे ही महानुभाओं के लिए कहा है कि :-
देनहार कोउ और है, भेजत सो दिन रैन।
लोग भरम हम पे धरे, याते नीचे नैन ।।
पूरा ब्राह्मण समाज इनके सुकृत्य के लिए नतमस्तक है ।
2. सब से कम की शिक्षा प्रेरक
कुशल समाजसेवी और विफा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बनवारीलाल सोती ने अपनी सुपौत्री एवं श्री त्रिलोचन शर्मा की सुपुत्री गुड़िया हिमानी को सिर्फ छः साल की उम्र में शिक्षा प्रेरक बना कर सबसे कम उम्र की शिक्षा प्रेरक बनाने का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। हिमानी बिटिया के जन्मदिन पर 11000/- रूपया विप्र शिक्षा निधि में संकल्पित कर एक नए अंदाज में जन्मदिन मनाया साथ ही यह प्रेरणा दी कि परमार्थ और समाज सेवा में उम्र कहीं आड़े नहीं आती। विप्र फाउंडेशन के सदस्य ही नहीं अपितु पूरे ब्राह्मण समाज की ऒर से नन्ही गुड़िया हिमानी को बहुत बहुत प्यार और लम्बी, सुखद आयु के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं तथा आशीर्वाद।
3. सबसे अधिक उम्र में शिक्षा स्तम्भ
वे रहीम नर धन्य है, पर उपकारी अंग।
बांटन वाले को लगे, ज्यों मेहन्दी में रंग।।
उपरोक्त पंक्तियों को साकार करते हुए मानवसेवा के प्रयाय श्री बनवारीलाल सोती की माताश्री परम आदरणीय श्रीमती केसरदेवी सोती ने सबसे ज्यादा उम्र में शिक्षा स्तम्भ बनने का श्रेय प्राप्त किया है। इन्हीं से प्राप्त संस्कार एवं आशीर्वाद का ही फ़ल है कि इनका पूरा परिवार धर्मानुरागी और संस्कार से ओत-प्रोत है। विप्र फाउंडेशन परिवार आपके आशीर्वाद की अभिलाषा लीये आपके सुखमय और दीर्घ जीवन की कामना करता है।
4. प्रयत्नकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह।
जब हौसला बना लिया ऊँची उड़ान का ।
फिर देखना फिज़ूल है कद आसमान का।।
विप्र शिक्षा निधि से लोगों को जोड़ने का राष्ट्रीय प्रभारी विप्र शिक्षा निधि एवम् जोन 12 अध्यक्ष, CA श्री सुनील शर्मा, मुम्बई और राष्ट्रीय सचिव एवं राष्ट्रीय पर्यवेक्षक, विप्र शिक्षा निधि श्री पवन पारीक ने छोटे से पौधे को सींचना शुरू किया था जो आज बहुत ही अल्प समय में वटवृक्ष का रूप ले चूका है । शनेः शनेः प्रयत्नकर्ताओं की संख्या बढ़ने लगी और उसी अनुपात में शिक्षा प्रेरक, शिक्षा पोषक, शिक्षा सरंक्षक, शिक्षा स्तम्भ भी बढ़ने लगे । उत्साह का आलम यह है कि जब से शुरुआत की गयी तब से आज तक एक भी दिन ऐसा नहीं निकला जिस दिन कोई न कोई विप्रा शिक्षा निधि से न जुड़ा हो । हर सुबह व्हाट्सएप पर किसी न किसी की विप्रा शिक्षा निधि से जुड़ने की खबर आ ही जाती है चाहे वह शिक्षा प्रेरक हो या शिक्षा पोषक हो या शिक्षा सरंक्षक हो या शिक्षा स्तम्भ । प्रयत्नकर्ताओं की लिस्ट भी दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है । अब तक जो प्रयत्नकर्ता जुड़ चुके है उनके नाम इस प्रकार से है:- राष्ट्रीय प्रभारी विप्र शिक्षा निधि एवम् जोन 12 अध्यक्ष, CA श्री सुनील शर्मा, मुम्बई, राष्ट्रीय सचिव एवं राष्ट्रीय पर्यवेक्षक, विप्र शिक्षा निधि श्री पवन पारीक, नोखा, राष्ट्रिय अध्यक्ष श्री बनवारीलाल सोती, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री महावीर शर्मा, मुम्बई, विप्र परिणय सेतु के अध्यक्ष श्री राजेंद्र झिरमिरिया, मुम्बई, राष्ट्रिय सचिव श्री कुलदीप वशिष्ठ, गुड़गाँव, राष्ट्रिय सचिव विप्र संगम श्री हितेन्द्र बी ओझा, सिरोही, विफा गुजरात के सरंक्षक श्री सांवरमल माटोलिया, विप्र एंटरप्रेन्योर्स प्लस के राष्ट्रिय चेयरमैन श्री सुनील तिवाड़ी, जयपुर, राष्ट्रिय सचिव विप्र संगम श्री हितेन्द्र बी ओझा, सिरोही, राष्ट्रीय कोषध्यक्ष श्री टी आर शर्मा, भूटान, राष्ट्रीय महामंत्री श्री श्रीकिशन जोशी, मुम्बई, राष्ट्रिय सचिव श्री आर. के. ओझा, नागपुर, राष्ट्रीय संयोजक श्री सुशील ओझा, कोलकाता, जिलाध्यक्ष, विप्र फाउंडेशन, सूरत, श्री घनश्याम शर्मा, ओड़िसा कार्यकारिणी, क्षेत्रिय कार्यालय प्रभारी, जयपुर, श्री शंकरलाल सारस्वा, (कालू), राष्ट्रिय कार्यकारणी सदस्य श्री प्रेमप्रकाश जोशी, सूरत। सभी प्रयत्नकर्ताओं को विप्र फाउंडेशन की तरफ से हार्दिक अभिनन्दन, आभार।